प्रहार...यही विकल्प है
मांगने से रास्ता मिल नही रहा था अब छीनने की ज़िद पाली है...
गुरुवार, जुलाई 08, 2010
महंगाई..मनमोहन मक्कारी
एक...
महंगाई की मारामारी,
आम आदमी की लाचारी,
बीजेपी-लेफ्ट की बंदकारी,
घबराता
क्यों है भाई, ये
'पवन' चली
मनमोहनी
बाजारी।
1 टिप्पणी:
माधव( Madhav)
ने कहा…
wah wah
गुरुवार, जुलाई 08, 2010
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wah wah
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