प्रहार...यही विकल्प है
मांगने से रास्ता मिल नही रहा था अब छीनने की ज़िद पाली है...
सोमवार, अगस्त 30, 2010
वो कहता है...
....वो कहता है...
मेरा उससे
कोई
नाता न रहा
उसका मुझसे
कोई
रिश्ता न रहा
दीये से दोस्ती
जबसे टूट गयी
आंखें
अंधेरों से
जोर-आजमाईश को
बेताब हो गयी
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