प्रहार...यही विकल्प है
मांगने से रास्ता मिल नही रहा था अब छीनने की ज़िद पाली है...
शनिवार, अगस्त 28, 2010
दवा या दूध
माँ कहरही थी दवा
ले आओ
लेकिन
उसकी
बेटी ने कहा
दूध पीना है
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