घर से ऑफिस....फील्ड ..ऑफिस..घर..फिर ऑफिस..दिन में तापमान ४४-४५ डिग्री..फिर भी फील्ड में भागा-दौड़ जारी..बॉस का फोन ..ये छूट गया ..वो जा नहीं पाया..क्या करते हो यार..कब सीखोगे..उधर..पत्नी परेशान...बेटी को शिकायत..घर पर ठहरे दोस्त भौचक...लेकिन लाला का कहना कि सब निकम्मे हैं यहाँ..आजकल दिल्ली में जेरे-बहस यही है..दोस्तों...
1 टिप्पणी:
पवन जी ब्लाग लेखन मे निकम्मापन ठीक नही है...लगता दिल्ली की भागम-भाग मे ब्लाग लेखन का नियमित होना मुश्किल होगा।
डा.अजीत
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